पशुपालन विभाग की बड़ी पहल : प्रदेश की पहली पशु टेलीमेडिसिन सेवा शुरू

इस योजना के तकनीकी पहलुओं के बारे में जानकारी देते हुए डा. नसीब सिंह यादव ने बतया कि यह नंबर किसी भी कॉल सेंटर की तरह कार्य करेगा। इसमें नंबर के ऑप्शन के साथ पशुपालक अपने से संबंधित क्षेत्र के पशु चिकित्सक के साथ संपर्क कर पाएंगे।

उपायुक्त अजय कुमार की पहल पर पशुपालन एवं डेयरी विभाग महेंद्रगढ़ ने लुवास हिसार के सहयोग से इस कोविड कॉल में पशुपालकों को बड़ी सौगात दी है। । प्रदेश की यह प्रथम पशु टेली-मेडिसिन सेवा है, जिसका उपायुक्त अजय कुमार ने शुक्रवार को लघु सचिवालय से कॉल करके शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि महेंद्रगढ़ के पशुपालकों के लिए यह अच्छी शुरूआत है। कोविड-19 में पशुपालक अपने घर से ही अपने नजदीकी पशु चिकित्सक से सीधे संपर्क कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि अगर इस सेवा का रिस्पांस अच्छा रहा तो इसे भविष्य में वीडियो कॉलिंग से भी जोड़ा जाएगा। वीडियो कॉलिंग के जरिए पशुपालक अपने पशुओं को अच्छी तरह से चिकित्सक को दिखा सकेगा तथा उससे सही परामर्श ले सकेगा।

इस योजना के तकनीकी पहलुओं के बारे में जानकारी देते हुए डा. नसीब सिंह यादव ने बतया कि यह नंबर किसी भी कॉल सेंटर की तरह कार्य करेगा। इसमें नंबर के ऑप्शन के साथ पशुपालक अपने से संबंधित क्षेत्र के पशु चिकित्सक के साथ संपर्क कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के चलते पशुपालकों को सीधे पशु चिकित्सय परामर्श देने के लिए यह प्रयास किया गया। जिसमें जिले की पशु चिकित्सा सेवाओं के लिए एक ही नंबर पर परामर्श उपलब्ध हो सकेगा। इस सेवा का संचालन सभी कार्यदिवस पर सुबह 10 बजे से 1 बजे तक रहेगा। सेवा को सुचारू रूप से चलाने के लिए लुवास यूनिवर्सिटी हिसार व ई पशु चिकित्सा सेवा, सीएससी सहयोग करेंगे। इस मौके पर उप निदेशक डा. नसीब सिंह यादव, डा. देवेन्द्र यादव मौजूद थे। इन सेवाओं का लाभ ले पाएंगे – पशुपालक आइसोलेशन जोन में रहते हुए भी वैज्ञानिक परामर्श ले पाएंगे। – पशु चिकित्सक की अन्य प्रशासनिक कार्यभार/चार्ज होते हुए भी पशुपालकों को सेवा और परामर्श प्रदान कर सकेगा। – पशु चिकित्सकों की कमी होते हुए भी पशु पालकों को सेवा मिल सकेगी। – विभाग की विभिन्न स्कीमों की जानकारी इसी नंबर द्वारा ले सकेंगे, ग्रामीणों को बार-बार पशु चिकित्सालय में जाना नहीं पड़ेगा। – खान पान, रखरखाव, टीकाकरण इत्यादि की जानकारी भी पूर्ण तया विशेषज्ञों द्वारा प्रदान की जाएगी।

(साभार :  हरिभूमि न्यूज)