बौनी गाय ‘रानी’ को देखने जुट रही भारी भीड़

प्रस्तुति – Pashu Patrika Team

सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म्‍स पर करीब दो साल की एक गाय बहुत चर्चा में है. इस गाय की सबसे खास बात इसकी ऊंचाई, लंबाई और वजन है. करीब दो साल की इस गाय की ऊंचाई महज 20 इंच और वजन 28 किलो ही है. यही कारण है कि लोग अब इसे देखने के लिए दूर-दूर से पहुंच रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी इसकी तस्‍वीर खूब वायरल हो रही है. आसपास के इलाकों से करीब 15,000 से ज्‍यादा लोग इसे देखने के लिए पहुंच रहे हैं. ये गाय बांग्‍लादेश की राजधानी ढाका से सटे चरीग्राम इलाके की है. इस बौनी गाय का नाम ‘रानी’ रखा गया है

जिस फार्म में ये गाय है, उसके मैनेजर हसन हवलदार ने बौनी गाय रानी का नाम गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज करने के लिए आवेदन भी किया है. उनका कहना है कि रानी दुनिया की सबसे छोटी गाय है. इस गाय को दूर-दूर से देखने आ रहे लोगों का कहना है कि उन्‍होंने अपने जीवन में कभी भी ऐसी गाय नहीं देखी है. बता दें कि दुनिया की सबसे छोटी गाय का विश्‍व रिकॉर्ड भारत के मण‍िक्‍यम के नाम है. इस गाय की ऊंचाई महज 24.04 इंच है.

भुट्टानी प्रजाति की गाय है रानी

बीबीसी की एक न्‍यूज़ रिपोर्ट में कहा गया है कि रानी को चलने में समस्‍या हो रही है. दूसरी गायों को देखकर वो सहमी भी रहती है, इसीलिए इसके रहने के लिए अलग से व्‍यवस्था की गई है. खाने-पीने के मामले में भी यह गाय सामान्‍य गायों से बिल्‍कुल अलग है. इसे दिन में दो बार थोड़ा सा चोकर और घास ही दिया जाता है.

रानी एक भुट्टी या भुट्टानी गाय है, जो बांग्‍लादेश में अपनी कीमती मांस के लिए जानी जाती है. हालांकि, फार्म में इसी प्रजाति की अन्‍य गायें रानी की आकार से करीब दोगुनी हैं.

रानी को देखने दूर-दूर से हजारों की संख्‍या में आ रहे लोग

इस छोटी गाय को देखने जाने वाले लोग इस गाय के साथ जमकर सेल्‍फी शेयर कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इनकी तस्‍वीरें भी खूब वायरल हो रही हैं. इस फार्म के मैनेजर हसन हवलदार ने बताया कि कोरोनावायरस लॉकडाउन के बावजूद भी लोग लंबी दूररी तय कर इसे देखने आ रहे हैं. उन्‍हें इस छोटी गाय के साथ सेल्‍फी लेना सबसे ज्‍यादा पसंद आ रहा है.

क्‍यों इतनी छोटी है रानी?

रानी के इतने छोटे होने की एक वजह तो इसकी प्रजाति है. वीचुर प्रजाति की गायों की तरह ही भुट्टानी गायें भी बौनी होती हैं. लाइवसाइंस नाम की एक वेबसाइट की रिपोर्ट में कहा गया है कि बौनी गायों को उनके अच्‍छे दूध उत्‍पादन क्षमता और कम खाने की वजह से पसंद किया जाता है. बौनी गायों के लिए जलवायु भी जिम्‍मेदारी होता है. केरल वेटरीनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी ने 2016 में एक कॉन्‍फ्रेंस के दौरान एक स्‍टडी रिपोर्ट पेश किया था, जिसमें बताया गया कि वीचुर गायों में थर्मोमीटर जीन्‍स पाए जाते हैं और इसी वजह से गर्म जलवायु में उनकी ग्रोथ कम होती है.

छोटी साइज होने की वजह से ये गायें गर्मी को बर्दाश्‍त कर पाती हैं. न्‍यूजीलैंड जर्नल ऑफ वेटरीनरी मेडिसीन ने भी 1969 में एक स्‍टडी किया था, जिसमें कहा गया है कि गायों में भी बौनापन के मामले पाए जाते हैं और यह प्रजातियों पर निर्भर करता है.

(साभार – TV9 Hindi)