डेयरी उद्योग में इंजीनियर भी आजमा रहे हैं हाथ और सरकार दे रही है साथ

प्रस्तुति – Pashu Patrika Team

भारत को दुनिया में सबसे बड़े दूध उत्पादक के रूप में जाना जाता है. भारतीय बाजारों में गाय और भैंस की दूध के अलावा बकरी और ऊंट के दूध भी उपलब्ध हैं. पिछले पांच वर्षों के दौरान भारत में दूध का उत्पादन 6.4 फीसदी बढ़ा है. जुलाई 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में, 188 मिलियन टन दुग्ध उत्पादन किया जा रहा है और 2024 तक दूध उत्पादन बढ़कर 330 मिलियन टन तक होने की संभावना है.

अभी केवल 20-25 फीसदी दूध प्रसंस्करण क्षेत्र के अंतर्गत आता है और सरकार की कोशिश इसे 40 प्रतिशत तक लेकर जाने की है. देश में दुध उत्पादन बढ़ाने के लिए मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं.

दूध उत्पादन में सबसे आगे यूपी

देश में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य है और इस राज्य का भारत में कुल दूध उत्पादन में 17 फीसदी से ज्यादा हिस्सा है. दूध जितना शरीर के लाभकारी है, वहीं उससे जुड़ा व्यापार भी लोगों को स्वरोजगार की ओर ले जा रहा है. आज के समय में बेरोजगारी दूर करने में कृषि और कृषि से जुड़े उद्योग युवाओं के लिए वरदान साबित हो रहे हैं. ऐसा ही एक डेयरी उद्योग बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मुहैया करा रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से दूध उत्पादन में दुग्ध उत्पादन में प्रदेश पूरे देश में आगे हैं. 2017-18 में उत्तर प्रदेश में 29 हजार 52 टन दूध का उत्पादन हुआ था, जो 2018-19 में बढ़कर 30 हजार 519 टन तक पहुंच गया. गोवंश पालन और दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने गोकुल पुरस्कार और देशी गोवंश की गाय से सर्वाधिक दूध उत्पादक को नंदबाबा पुरस्कार देने शुरू किए हैं. इसे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ग्रीनफील्ड डेयरियों की स्थापना करने जा रही है.

प्रदेश भर में बनाए जा रहे गोआश्रय स्थल

यूपी में लगभग साढ़े पांच लाख गोवंशीय पशु संरक्षित किए गए हैं. 66 हजार से अधिक गोवंश को इच्छुक पशुपालकों को सौंपा गया है. इसका सीधा असर दूध उत्पादन पर पड़ रहा है और उसमें लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.

कंप्यूटर इंजीनियर डेयरी उद्योग से जुड़े

युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए प्रदेश सरकार कई योजनाएं चला रही है. इसमें डेयरी उद्योग में असीम संभावनाएं है और बड़ी संख्या में युवा इसे अपना रहे हैं. बागपत जनपद के सैदपुर कलां गांव निवासी वीरेंद्र त्यागी पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर हैं. मगर अब गांव में डेयरी उद्योग से जुड़ गए हैं और हाल लाखों रुपये की कमाई हर साल कर रहे हैं. उन्होंने प्रदेश सरकार की नीति के अंतर्गत डेयरी उद्योग शुरू किया है.

Oramin Gold
(आवश्यक मिनरल्स की पूर्ति कर दूध उत्पादन बढ़ाने में सहायक)
दूध की आपूर्ति के लिए दुग्ध स्पेशल ट्रेन ‘दूध दुरंतो’

भारतीय रेलवे दूध की आपूर्ति के लिए देश में दुग्ध स्पेशल ट्रेन भी चला रही है, जिसे दूध दुरंतो नाम दिया गया है. आंध्र प्रदेश के रेणिगुंटा से दिल्ली के लिए अभी तक रेलगाड़ी कई लाख लीटर दूध लेकर पहुंच चुकी है. इसी तरह की अन्य सुपर फास्ट ट्रेनें देश के अन्य भागों के लिए चलाई जा रही हैं.

(सोर्स- tv9hindi, प्रसार भारती )