नवजात गोवंश की आहार व्यवस्था

प्रस्तुति – डा नवल किषेर सिंह

(विषय वस्तु विशेषज्ञ, कृषि विज्ञान केन्द्र, अल्मोणा)

गाय के ब्याने के बाद उसके बच्चे को निम्न अनुसार खानपान देना चाहिए –

  1. जन्म से 2 घन्टे के भीतर 500 ml दूध (खीस) अवश्य पिलाए।
  2. अगले 5 दिनों तक – शरीर भार का लगभग 1/10 भाग खीस पिलाते रहना चाहिए।
  3. 6 से 30 दिन तक – शरीर भार का लगभग 1/10 भाग दूध 2-3 बराबर भागों में बांटकर प्रतिदिन ।
  4. 31 से 60 दिन की आयु तक – शरीर भार का लगभग 1/15 भाग दूध 2-3 बराबर भागों में बांटकर प्रतिदिन।
  5. जन्म के 2 सप्ताह बाद से साफ एवं ताजा हरा चारा देना शुरु कर देना चाहिए।
  6. रातिब मिश्रण  50  ग्रा0 प्रतिदिन 2 सप्ताह के उम्र से देना चाहिए।
  7. रातिब मिश्रण की मात्रा 125 ग्रा0 प्रतिदिन की दर से 31-60 दिन की आयु तक देना चाहिए
  8. 61-90 दिन की आयु पर रातिब मिश्रण 250 ग्रा0 प्रतिदिन कर देनी चाहिए।
3-6 माह की आयु पर आहार व्यवस्था – प्रतिदिन
हरा चारा10 किग्रा
सूखा चारा1.0 किग्रा
रातिब मिश्रण1.0 किग्रा
6 माह – 1 वर्ष की आयु पर आहार व्यवस्था – प्रतिदिन
हरा चारा15-20 किग्रा
सूखा चारा1.5 किग्रा
रातिब मिश्रण1.5 किग्रा
1 वर्ष से प्रजनन अवस्था तक की आयु पर आहार व्यवस्था – प्रतिदिन
हरा चारा20-25 किग्रा
सूखा चारा2.0 किग्रा
रातिब मिश्रण2.0 किग्रा
व्यस्क बिना दूध वाली गाय का पोषण – प्रतिदिन
हरा चारा25-30 किग्रा
सूखा चारा2.5-3 किग्रा
रातिब मिश्रण2.0 किग्रा
गाभिन गाय का आहार – प्रतिदिन
हरा चारा30-35 किग्रा
सूखा चारा3-3.5 किग्रा
रातिब मिश्रण2.5 किग्रा

गर्भकाल  के अंतिम तिमाही में 500 ग्रा0 रातिब मिश्रण प्रतिदिन अतिरिक्त देना चाहिए ।

दुधारू पशु की आहार व्यवस्था।
हरा चारा30-35 किग्रा
सूखा चारा3.5-4 किग्रा
रातिब मिश्रण2.5 किग्रा तथा अतिरिक्त 1 किग्रा प्रति 3 किग्रा दूध उत्पादन पर

प्रथम ब्यांत के पशु को सामान्य निर्वाह व उत्पादन आधारित रातिब मिश्रण के अतिरिक्त 500 ग्राम रातिब प्रतिदिन अतिरिक्त देना लाभप्रद होता है।

आहार देने सम्बन्धी सामान्य बातें –

आहार सन्तुलित एवं 24 घन्टे में  2  बार देना चाहिए।

1.     स्वादिष्ट, पचनीये ,पोषक तथा सस्ता आहार देना चाहिए।

2.     सूखा चारा ,हरा चारा तथा रातिब मिश्रण एक निष्चित अनुपात में हो।

3.      आहार  में अचानक बदलाव नही करना चाहिए।

4.     प्रतिदिन 30 ग्राम नमक एवं 30 ग्राम अच्छी कंपनी का मिनरल मिक्सचर (Oramin Gold) देना चाहिए।

5.     स्वच्छ एवं ताजें पानी का उचित प्रबंध।